Lahsun Farming: राज्य सरकार किसानों को लहसुन की खेती करने के लिए सब्सिडी प्रदान कर रही है। इस योजना के तहत, किसानों को प्रति एकड़ 30,000 रुपये की सब्सिडी प्रदान की जाती है। इस योजना का उद्देश्य किसानों की आय को डबल करना और देश में लहसुन के उत्पादन को बढ़ावा देना है।
लहसुन की खेती के लिए सब्सिडी प्राप्त करने के लिए, किसानों को कृषि विभाग के कार्यालय में जाकर ऑफलाइन आवेदन करना पड़ता हैं। आवेदन पत्र के साथ, किसानों को आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, बैंक खातापासबुक, और लहसुन की खेती के लिए भूमि का प्रमाण-पत्र आवेदन फॉर्म के साथ अटैच करके जमा करना होगा।
लहसुन खेती के लिए किसानों को सब्सिडी योजना
किसानों को सब्सिडी की योजना और मिलने वाली अनुदान राशि सभी राज्य की कृषि नीतियों और योजनाओं के अनुसार प्राप्त होती है। भारत में केंद्र सरकार और विभिन्न राज्य सरकारें कृषि के क्षेत्र में कई तरह की सब्सिडी प्रदान करती हैं, और यह विभिन्न कृषि योजनाओं के तहत किसानों को अनुदान सहायता प्रदान की जाती है।
लहसुन खेती के लिए सब्सिडी की की जानकारी आप अपने स्थानीय कृषि विभाग और उद्यानिक विभाग में शासकीय अनुदान योजनाओं के आधार पर आवेदन करें। इसके लिए आपको अपने स्थानीय कृषि विभाग या कृषि उपकरण विक्रेता अथवा अपने क्षेत्र के कृषि विस्तार अधिकारी से संपर्क करें जिससे आपको सब्सिडी योजनाओं की जानकारी मिल सकें और आप लहसुन खेती के लिए आप आवेदन कर सकें।
लहसुन की खेती पर कितनी मिलेगी सब्सिडी
यदि आप भारत के नागरिक हो और आपके पास कृषि योग्य कम से कम 1 एकड़ भूमि हैं तो सरकार आपको लहसुन की खेती के लिए प्रति एकड़ 30,000 रुपये की सब्सिडी प्रदान करती है। राज्य सरकार के उद्यानिकी विभाग द्वारा बागवानी फसलों पर अनुदान प्रदान किया जा रहा हैं। इस योजना के तहत किसान को लहसुन की खेती की लागत का 50 प्रतिशत अनुदान प्राप्त होगा।
- राज्य सरकार द्वारा 60,000 रूपये प्रति एकड़ लागत निर्धारित की गयी हैं।
- उपरोक्त लागत के अनुसार आपको 30,000 रूपये सब्सिडी मिलेगी।
सब्सिडी के लिए कैसे करें आवेदन
लहसुन की खेती (Lahsun Farming Subsidy) पर 30,000 रूपये सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आपको एक आवेदन फॉर्म भरना पड़ेगा। इसके लिए आपको राज्य सरकार की ऑफिसियल वेबसाइट hortnet.gov.in पर जाना होगा। इससे पहले आपका मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल (my crop my details portal) पर पंजीकरण होना चाहिए तभी आप लहसुन खेती सब्सिडी योजना में आवेदन कर पाएंगे।
इसमें आवेदन करने के लिए आपको आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, आधार से लिंक मोबाइल नंबर, आपके खेत के कागज, बैंक खाता पासबुक की स्कैन कॉपी अपलोड करना पड़ेगी।
[the_ad id=”535″]
लहसुन की खेती (Lahsun Farming) पर सब्सिडी हेल्पलाइन नंबर
लहसुन की खेती (Lahsun Farming) पर अनुदान राशि योजना के संबंध में अधिक जानकारी के लिए आप जिला बागवानी कार्यालय जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। टोल फ्री नंबर पर, किसान अपने अनुदान योजना के सभी सवालों के जवाब प्राप्त कर सकते हैं।
इसके अलावा कृषि विभाग के टोल फ्री नंबर 1800-180-2021 पर भी संपर्क कर सकते है। जिला बागवानी अधिकारी के कार्यालय में, किसान लहसुन की खेती (Lahsun Farming Subsidy) के लिए सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेज जमा कर सकते हैं। लहसुन की खेती एक लाभदायक व्यवसाय है। लहसुन की खेती पर सब्सिडी प्राप्त करके, आप अपनी आय बढ़ा सकते हैं और लहसुन की खेती के लिए आत्मिनर्भर हो सकते हैं।
यह भी पढ़े: PM Kisan Samman Nidhi Yojana: मोदी सरकार ने पीएम किसान योजना के लिए जारी की 3 अधिसूचनाएं
लहसुन की खेती पर सब्सिडी निष्कर्ष
आपको बता दे कि यह योजना केवल हरियाणा के किसानों के लिए हैं। लहसुन खेती पर सब्सिडी की योजना हरियाणा राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही हैं। इसके तहत किसानों को लहसुन की खेती करने पर 50 प्रतिशत अनुदान हरियाणा सरकार की और से किसानों को दिया जाता हैं। इसके तहत किसान 30,000 रूपये प्रति एकड़ के हिसाब से सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं।