आदिपुरुष: महाकाव्य रामायण पर आधारित फिल्म ‘आदिपुरुष’ वैसे तो रिलीज़ होने से पहले ही विवादों में आ गयी थी। लेकिन फिल्म प्रमाणन बोर्ड यानि सेंसर बोर्ड से अनुमति मिलने के बाद 16 जून को आदिपुरुष को पुरे इंडिया में रिलीज़ कर दी गयी थी। आदिपुरुष को लेकर कोर्ट में कई याचिकाएं दाखिल की गयी है, क्यूंकि दर्शकों को फिल्म की कहानी की मर्यादा और वीडियो सीन्स के तालमेल और धार्मिक ग्रंथों की पवित्रता से छेड़छाड़ पसंद नहीं आयी। बजरंगदल और अन्य धार्मिक संगठनों द्वारा तो इसे बैन तक करने की मांग की थी। लेकिन कोर्ट ने याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए कुछ सीन्स और डायलॉग पर आपत्ति जताई है। इस आर्टिकल में जानिए विवादित सीन्स और आपत्ति वाले डायलॉग्स –
आदिपुरुष के कलाकार- कास्ट, निर्देशक और लेखक
इस फिल्म में प्रभास, कृति सेनोन और सेफ अली खान लीड रोल में है। यह फिल्म पवित्र हिन्दू ग्रंथ रामायण पर आधारित है, जिसे ओम राउत द्वारा निर्देशित किया गया है। वहीं इस फिल्म के स्क्रिप्ट राइटर ‘मनोज मुंतशीतर और ओम राउत’ है।
प्रभास ने इस फिल्म राघवा यानि की भगवन श्री राम का किरदार निभाया और इनके साथ माँ सीता के रोल में बॉलीवुड एक्ट्रेस कृति सेनोन है। वहीं रावण के किरदार में सेफ अली खान है तो लक्षमण के रूप में सनी सिंह किरदार निभा रहे है। Full Cast & Crew
फिल्म आदिपुरुष के विवादित सीन्स
फिल्म के विवादित सीन्स और डायलॉग्स को लेकर लोगो ने प्रभास से लेकर मनोज मुन्तशिर किसीको नहीं बक्शा है। लोगो की धार्मिक भावनाएं इस फिल्म के डायलॉग और सीन्स से आहत हुयी है। रामायण एक पवित्र हिन्दू ग्रन्थ है, जिसका प्रदर्शन भी मर्यादा और शालीनता में ही लोगो को पसंद आता है। उन्हें इसमें रोमांस, मसाला और एक्स्ट्रा ड्रामा नहीं चाहिए होता है क्यूंकि लोग रामानंद सागर द्वारा निर्मित सीरियल के रूप में रामायण को देख चुके है।
1. रावण के वाहन के रूप में चमगादड़
2. चमगादड़ को मांस भक्षण करते हुए दिखाना
3. सीता माता को ब्लाउज के बिना दिखाना
4. सुषैण वैद्य के स्थान पर विभीषण की पत्नी द्वारा लक्षमण को संजीविनी बूटी देते हुए दिखाया गया है
ये ऐसे सिन है, जो रामायण में अभी तक किसी ने नहीं समझे थे और माँ सीता का चित्रण किसी बॉलवुड फिल्म की तरह करना सबसे बड़ा विवाद खड़ा कर रहा है। इन्ही के चलते इलाहबाद कोर्ट में इन सीन्स को लेकर याचिका दायर की गयी थी।
आदिपुरुष के निर्माताओं को इलाहाबद कोर्ट की फटकार
फिल्म के विवादित सीन्स और डायलॉग पर दायर याचिका की सुनवाई करते हुए HC न्यायाधीश प्रकाश सिंह और राजेश सिंह चौहान की डिवीज़न बैंच ने कहा कि केवल रामायण पवित्र धर्म ग्रन्थ ही नहीं बल्कि अन्य धर्मों के ग्रन्थ को तो बक्श दीजिये। उन्होंने कहा की गुरु ग्रंथ साहेब और कुरान जैसे धार्मिक ग्रंथों को तो कम से कम छोड़ दीजिये। उन्होंने इसके निर्माता के साथ-साथ सेंसर बोर्ड को भी कड़ी फटकार लगायी है।
हालाँकि विवादों में घिरने के बाद इसके कई डायलॉग में परिवर्तन भी किया गया है लेकिन अल्टीमेट रूप में यह फिल्म अभी भी लोगो की भावनाओं को संतुष्ट नहीं कर पायी है।
अब आगे देखना होगा की इसमें क्या मोड़ आता है, तब बने रहिये हमारे साथ अपने व्हाट्सप्प और टेलीग्राम चैनल पर जुड़कर सारी अपडेट प्राप्त करते रहें।
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